फिल्म प्रचार डेस्क
पुलिस सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार करके जेल में नहीं डालती बल्कि समाज में जनजागरण के काम भी करती है। ऐसा ही उदाहरण हाल में मराठवाड़ा में देखने को मिला है, जहां समाज में बेटियों को बेटों के बराबर समझने की जागृति लाने वाली एक फिल्म के निर्माण में पुलिस अधिकारियों ने आर्थिक मदद दी है। फिल्म की 80 प्रतिशत शूटिंग उत्तराखंड के देहरादून, मसूरी, हरिद्वार लक्ष्मण झूला, राम झूला, धनोल्टी के साथ कारगिल बॉर्डर के नजदीक भी हुई है। कारगिल में एक देशभक्ति गीत फिल्म के हीरो यश पंडित पर फिल्माया गया है। फिल्म में इंडिया मिस युनिवर्स दीवा 2016 अलंकृता बोरा भी मुख्य भूमिका में हैं। सुरेंद्र पाल, बेबी सानिया, शालिनी कपूर तथा रवींद्र आरोरा अहम भूमिकाओं में हैं।

फिल्म निर्माण बी.एस. जोगदंड, आनंत वेडे, हरिश्चंद्र वंगे, एन.जी. जाधव, जयसिंग सिंघा और चंद्र मोहन पांडे ने मिलकर किया है। कार्यकारी निर्माता हैं एस.एल. देशमुख, राजेसाहेब देशमुख, कमलाकर कोपले, भरत लोळगे और सुधीर फुलारी। फिल्म में भारत की पहली आईपीएस महिला अधिकारी और पांडेचेरी की उप राज्यपाल डॉ. किरण बेदी, महाराष्ट्र के भूतपूर्व पुलिस महासंचालक सुप्रकाश चक्रवर्ती, आईपीएस ऑफिसर फत्तेसिंग पाटील, नवीनचंद्र रेड्डी, पूर्व आईजी मोहन राठोड़, एस. जगन्नाथ, शहाजी उमाप, प्रदीप देशपांडे, विठ्ठलराव जाधव, सुनील रामानंद, अनिल पारस्कर, सुयज हक्क ने आर्थिक योगदान दिया है।

यह देश की शायद पहली फिल्म होगी जो पुलिस के सहयोग से बनाई गई है। फिल्म के लेखक-निर्माता बी.एस. जोगदंड हैं। निर्देशक हैं वैष्णव देवा। देवा ने ही संगीत दिया है। उदित नारायण, कुमार शानू, वैशाली माडे, डालीया मित्रा तथा वैष्णो देवा की आवाज में 6 गाने रिकॉर्ड करके उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में शूट किए गए हैं। उत्तराखंड में शूटिंग के बाद फिल्म के निर्माताओं ने हाल में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से भी मुलाकात की। लाडली बेटियां के प्रोडक्शन कंट्रोलर हैं श्रीपाद कुलकर्णी और भिमराव पोवळे। फिल्म के मुख्य प्रचारक हैं राजू कारीया।